जौनपुर:- सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव लाख बार कहें कि सपा कार्यकर्ता जमीन से जुड़े विवादों से दूर रहें, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं। इस बार जौनपुर जिलाध्यक्ष पर मछलीशहर कस्बा निवासी एक व्यक्ति की जमीन पर जबरन नाला खोदवा देनेका आरोप लगा है। जबकि न्यायालय ने उस जमीन पर स्थगन आदेश दे रखा था। पीड़ित का आरोप है कि जिलाध्यक्ष ने जमीन बचाने के लिए 50 लाख रूपए की मांग की थी, नहीं दिए जाने पर सत्ता की हनक दिखाते हुए नाला खोदवा दिया गया। पीड़ित ने इसकी शिकायतमुख्यमंत्री से की है।मछलीशहर कस्बा के सैयदगंज शाही रोड निवासी जमील अहमद की सड़क के किनारे वेशकीमती जमीन है। तहसील प्रशासन के नक्शे में उस जमीन का नंबर 3463 दर्ज है।पिछले कईदशकों से उसपर जमील अहमद का ही कब्जा है। कुछ विवाद के कारण दीवानी न्यायालय ने इस जमीन पर स्टे लगा रखा है। स्टे के कारण जमील अहमद काफी परेशान रहा करते थे। आरोप है कि सपा के जिलाध्यक्ष राजनारायण बिन्द ने बीते फरवरी महीने में जमील अहमद को बुलवाया। जिलाध्यक्ष ने जमील अहमद से जमीन बचाने के एवज में 50 लाख रूपए की डिमांड रखी। आश्वस्त किया कि पैसे दिए जाने के बाद उसकी जमीन बच जाएगी। जमील अहमद ने इंकार किया तो उसे कई तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा।पीड़ित ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की। लेकिन सत्ता से जुड़े लोगों की बात आई तो सभी ने हाथ खड़े कर दिए। इसी दौरान हाईकोर्ट से भू-खण्ड संख्या 3352 में नाला खोदवाने का आदेश आ गया। हाईकोर्ट का आदेश आया तो सपा जिलाध्यक्ष ने मंगलवारको एसडीएम मछलीशहर की मौजूदगी में गैरकानूनी तरीके से जेसीबी द्वारा भू संख्या 3463 में नाला खोदवा दिया गया। जमील अहमद का आरोप है कि नक्शे में हेराफेरी कर पैमाइश करायी गयी। सत्ताधारी के आगे न तो तहसील प्रशासन सुन रहा है और न ही जिला प्रशासन ध्यान दे रहा है।
R.P.G.
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