आजमगढ़:- आगलगी में जिले में इस वर्ष अबतक एक करोड़ की संपत्ति स्वाहा हो चुकी है। हर दिन आग लगने की दो से तीन घटनाएं हो रही है। आग के कारण भी सबको पता है। आयुक्त ने मामले को संज्ञान में भी लिया और विद्युत विभाग को जर्जर तार बदलने केनिर्देश भी दिये लेकिन विभाग मौन साध गया। आग गांव में लग रही है और विभाग के अधिकारी तार शहर में बदलवा रहे है। गत वर्ष अगलगी में पौने दो करोड़ की क्षति हुईथी अगर यही हाल रहा तो इस बार यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। यदि ऐसा हुआ तो रोटी के भी लाले पड़ जायेगे।सरकारी आकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2015 में जनवरी से लेकर दिसंबर तक अगलगी की 269 घटनाएं हुई थी। इसमें 1 करोड़ 76 लाख 5500 रूपये की संपत्ति कानुकसान हुआ था। जबकि अग्निशमन दल द्वारा 8 करोड़ 18 लाख 25 हजार की संपत्ति बचाई गयी थी। इस साल तीन लोगों की झुलसने से मौत हुई थी और इतने ही पशु बेमौत मारे गये थे। वर्ष 2016 में भी आग का कहर जारी है। एक जनवरी से तीस मार्च तकअगलगी की 72 घटनाएं हुई जिसमें 28.85 लाख की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि विभाग द्वारा छह करोड़ 72 लाख 46 हजार की संपत्ति बचाई गयी। अप्रैल माह जब जबसे फसल पक कर तैयार हुई है आग विनाशलीला कर रही है। इस माह में अब तक 120 अगलगी हो चुकी है जिसमें दो बच्चों की झुलस कर मौत हुई है। फसल सहित 80 लाख कीसंपत्ति जलकर खाक हो चुकी है। विभाग तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति बचाने का दावा कर रहा है।सच यह है कि तमाम घटनाओं के बाद विभाग घटना स्थल पर पहुंच ही नहीं रहा है और यदिपहुंचता भी है तो तब जब आग पर काबू पाया जा चुका होता है। इसके पीछे मेंहनगर सहित कई तहसीलों में फायर सब स्टेशन का ना होना है। सरकारी आंकड़ों से इतर देखे तो अब तक कम से कम दो करोड़ का नुकसान हुआ है। अगलगी की घटनाएं लगातार जारी है। ज्यादातर घटनाएं विद्युत तारों के टूटने या गिरने से हो रही है। मेंहनगर में इसेलेकर लोगों ने सड़क पर जाम कर प्रदर्शन किया लेकिन विद्युत विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। तीन दिन पूर्व विकाश कार्यो की समीक्षा बैठक के दौरान आयुक्त ने अगलगी की घटनाओं को संज्ञान में लिया और विद्युत विभाग के अधिकारियों को अगलगी की वजह बन रहे विद्युत के जर्जर तारों को बदलने का निर्देश दिय लेकिन अधिकारी मौन साध गये। हालत यह है कि हर दिन तार टूटकर गिर रहे हैं और आग लग रही है।
R.P.G.
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