आगरा:- यूक्रेन के एक मेडिकल कॉलेज में भारतीय मूल के तीन छात्रों पर जानलेवा हमलाकिया गया। जिनमें से दो छात्रों की मौत हो गई। वहीं एक छात्र घायल हुआ है। घायल हुआ छात्र आगरा का है। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को छात्रों के पासपोर्ट और घटना में प्रयुक्त किये चाक़ू सहित गिरफ्तार कर लिया है।लूट के उद्देश्य से किया गया था हमलायूक्रेन के उझगोरोड मेडिकल कॉलेज के तीनों भारतीय छात्रों पर एक महिला सहित तीन यूक्रेनी नागरिकों ने रविवार देर रात तीन बजे लूटने के उद्देश्य से चाकुओं से हमला कर दिया। जिसमें गाजियाबाद के अंकुर सिंह और मुज्जफरनगर के प्रणव शांडिल्य की मौके पर ही मौत हो गयी वहीं आगरा के 24 वर्षीय इंद्रजीत सिंह चौहान गंभीर रूप से घायल हुए। इंद्रजीत चौहान को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है इंद्रजीतबोदला स्थित आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर एक के रहने वाले ठाकुर नरेंद्र सिंह का24 वर्षीय पुत्र इंद्रजीत सिंह चौहान पिछले पांच वर्षों से यूक्रेन में मेडिकलकी पढ़ाई कर रहा है। बेकरी का छोटा मोटा व्यवसाय करने वाले ठाकुर नरेंद्र सिंह मूल रूप से औरैया जिले के निवासी हैं। इंद्रजीत दो बहनों के बीच इकलौता भाई है। इंद्रजीत ने ज्ञानचंद इंटर कॉलेज नगला शिकोहाबाद से इंटर करने के बाद आगरा कॉलेजमें बीएससी में एडमिशन लिया। यहां से एक वर्ष की पढ़ाई करने के बाद इंद्रजीत छह वर्षीय मेडिकल कोर्स करने यूक्रेन चला गया। बीते वर्ष जून में इंद्रजीत आगरा आयाथा।अब खतरे से बाहर है इंद्रजीतइंद्रजीत के पिता नरेंद्र ने बताया कि सोमवार दोपहर में उनकी इंद्रजीत से बात हुई। जिसके बाद पता चला कि अब इंद्रजीत खतरे से बाहर है। उसके सर में घाव होने की वजह से रात को गम्भीर हालत में एमर्जेन्सी वार्ड में भर्ती किया गया था लेकिनअब उसे प्राइवेट वार्ड में भर्ती कर दिया गया है।मां का रो रोकर बुरा हालइंद्रजीत की मां नीरा चौहान का रो रोकर बुरा हाल है। जबसे उन्हें इंद्रजीत पर जानलेवा हमले की सूचना मिली है तबसे उनका कहीं मन नहीं लग रहा है। वो चाहती हैं कि उनका बेटा जल्द से जल्द ठीक हो जाए। एक मां की बेबसी नजर आती है जब जानलेवा हमले में घायल बेटे को देखने वो पैसों की कमी के कारण विदेश नहीं जा पाती है। वहीं उस मां का सपना है कि कैसे भी उसका बेटा ठीक होकर मेडिकल की पढ़ाई का बचा हुआ एक साल पूरा करके वापस आगरा आये।पिता चाहते हैं पढ़ाई पूरी करके लौटे इंद्रजीतयूक्रेन में जानलेवा हमले में घायल हुए इंद्रजीत सिंह चौहान के पिता ठाकुर नरेंद्र सिंह बेकरी का व्यवसाय करते हैं। उन्होंने बताया कि अपनी जीवन भर की जमापूंजी खर्च कर उन्होंने इंद्रजीत को यहां तक पढ़ाया है। वो चाहते हैं कि उनका बेटा ठीक होकर वहीं रहकर पढ़ाई पूरी करके ही आगरा वापस लौटे। अब उनके पास इतनी जमा पूंजी नहीं है कि वो दोबारा अपने बेटे को पढ़ा लिखा सकें।सरकारी रवैये से आहत है इंद्रजीत का पिताइंद्रजीत के पिता नरेंद्र ने बताया कि अभी तक केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के किसी भी सरकारी अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया है। उन्हें जो भी जानकारी मिलीहै वो यूक्रेन में उनके बेटे और उसके दोस्तों ने उन्हें फ़ोन पर बतायी है। जिस तरह का रवैया इस मामले पर दोनों सरकारों का देखने को मिला है उससे वो काफी आहत हैं। हालांकि मीडियाकर्मियों के घर पहुंचने के बाद दो सिपाही जानकारी करने ठाकुरनरेंद्र सिंह के घर आये।
R.P.G.
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