रसड़ा (बलिया) :- भारतीय समाज में सामाजिक और आर्थिक जड़ता के खिलाफ संघर्षमें संतों व महापुरुषों ने अहम भूमिका निभाई है। आदि काल से पुरी दुनिया में शोषक और शोषित के बीच संघर्ष जारी रहा है। संत रविदास, बुद्ध, संत गाड़गे, पेरियार रामास्वामी नायकर, बाबा साहब अंबेडकर, भगत ¨सह, उद्यम¨सह आदि लोगों ने शोषित जनों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष किया। आज जरूरत है कि इनके आदर्शो को अपना कर हम समता मूलक समाज की स्थापना करें। उक्त बातें राघवेंद्र कुमार ने शनिवार को कही।गांधी पार्क में बुद्ध-अंबेडकर समता विचार महोत्सव में राघवेंद्र कुमार ने महापुरुषों की राह पर चलने तथा उनके सिद्धांतों को आत्मसात करने का आह्वान किया। इससे पूर्व श्री कुमार ने भगवान बुद्ध व बाबा साहब के चित्रपर पुष्पांजलि अर्पित की। आयोजन के विशिष्ट अतिथि पीसी कुरील ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए भारतीय राजनीतिक पटल पर लड़ते रहे।कहा था कि जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी ¨कतु आज भी शोषित,पीड़ित जनों को उनके अधिकार से वंचित रखा गया है। इस अवसर पर हाजी नेसार, अर¨वद मूर्ति, कौशल, हरींद्र राजभर, रामकुंवर, बालचंद, सदानंद गौतम, शिवपूजन सरकार, सुरेश गौतम, सर्वदेव, भगत, चंद्रमा, डीके यादव, आदि मौजूद थे। अध्यक्षता महेंद्र प्रसाद पूर्व प्रधान व संचालन सुमंत बागी ने किया।
R.P.G.
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