घोसी (मऊ) :- केंद्र सरकार की सूखा राहत योजना के तहत स्थानीय तहसील के 26,220 किसानों को 16.75 करोड़ की राशि वितरित की जा चुकी है। बावजूद इसके तमाम किसान सूखा राहत राशि से वंचित हैं। शनिवार एवं रविवार को अवकाश होने के बावजूद तमाम ऐसे किसान लेखपालों का इंतजार करते रहे। कुछ किसान वितरण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए आक्रोश भी जता रहे हैं।दरअसल आनन-फानन में सूखा राहत राशि वितरण की ऐसी व्यवस्था की गई कि किस गांव के कितने और किस किसान के खाते में कितनी राशि गई इसकी सूचना किसी को नहीं है। प्रतिदिन बैंकों को प्रेषित की जाने वाल किसानों की ग्राम वार या समूची सूची का ¨प्रटआउट सार्वजनिक न किए जाने के चलते किसानों कोपता नहीं कि उनके खाते में राशि प्रेषित है या नहीं। एक अन्य विडंबना यह कि खाते से मोबाइल ¨लक होने के बावजूद तमाम मामलों में खाते में राशि क्रेडिट होने की सूचना नहीं मिल पा रही है। ऐसे में किसान प्रतिदिन चक्करलगाने को विवश रहे हैं। उधर तहसीलदार सुनील बरनवाल 22 करोड़ की मांग के सापेक्ष 16.75 करोड़ धनराशि तहसील को प्राप्त होने की जानकारी देते हैं। उन्होंने 1.75 करोड़ रुपये बैंकों को प्रेषित किए जाने पर खातेदारका नाम या खाता संख्या में अंतर होने के चलते बैंकों में डंप होने की जानकारी दी है। कुछ मामलों में अधिक राशि जाने के चलते आहरण पर रोक भी लगी है। उन्होंने ऐसे मामलों में सोमवार को कार्रवाई की बात कही है। बहरहाल अब एक भी धेला राशि अवशेष नहीं बची है हालांकि तहसीलदार श्री बरनवाल ने इस मद में धनराशि प्राप्त होने पर वंचित किसानों को वितरण किए जाने का दावा किया है।
R.P.G.
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