Monday, 15 February 2016

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💯बलिया :- वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित त्रिदिवसीय जनपदीय खेल रैली का महाकुंभ सोमवार को अपने जोश-व-खरोश के साथ शुरू हुआ, जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी शरद कुमार सिंह ने मां सरस्वती के तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। जनपद के 18 शिक्षा क्षेत्रों से परिषदीय स्कूलों के साथ ही 16 कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के बच्चें अपनी हुनर का प्रदर्शन करते नजर आये। सतरंगी गणवेश में पधारे विभिन्न विद्यालयों के ये बच्चें स्पोर्ट्स स्टेडियम की छंटा को न सिर्फ चार चांद लगा रहे थे, बल्कि अपनी कलाओं के प्रदर्शन से उपस्थित जनसमुदाय को आश्चर्यचकित भी कर रहे थे। प्राथमिक शिक्षा में परिवर्तन की मिशाल बीएसए डॉ. राकेश सिंह के अथक प्रयास से सात साल बाद शुरू हुआ यह कार्यक्रम पूरे शबाब पर नजर आया। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ने रैली में शामिल बच्चों की गारद की सलामी से खेल-कूद का आगाज किया। उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अब तक तमाम विद्यालयों के कार्यक्रमों में मैने शिरकत की है, लेकिन खेल का ऐसा महाकुंभ पहली बार देखने को मिला। निश्चित रूप इस हुनर के महाकुंभ का वास्तविक प्रणेता कहा जाय, तो नि:संदेह बीएसए ही है। नित-नये प्रयोगों की कसौटी अपनाकर प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों व बच्चों को आधुनिक बनाने का इनका प्रयास सराहनीय है। इन नन्हें-मुन्नें बच्चों की कलाओं को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इनके प्रशिक्षक द्रोणाचार्य से कम नहीं है। अपने अभिभावकों, शिक्षकों व अनुजों के बीच बतौर विशिष्ठ अतिथि उपस्थित दक्षिण एशियाई खेल की गोल्ड मेडलिस्ट मृगेन्दु राय ने अपने अनुभवों को खूब शेयर किया। कहा कि जो प्लेटफार्म एक अभिभावक अपने बच्चें को उपलब्ध कराता है, वहीं प्लेटफार्म बलिया बीएसए द्वारा परिषदीय बच्चों को उपलब्ध कराया जा रहा है। मेरी आप सभी से गुजारिश है कि आप इस सुअवसर का भरपूर लाभ उठाये। प्रतियोगिता संचालक बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि वस्तुत: इस रैली का श्रेय बेसिक शिक्षा परिवार को जाता है। मेरी यह सोच रही है कि शिक्षा में कुछ अलग होना चाहिए, लेकिन सोच को असली जामा पहनाने वाले प्रथम से अंतिम पायदान तक के एक-एक व्यक्ति का भरपूर सहयोग एवं समर्थन रहा है। कहा कि व्यायाम शिक्षकों के साथ ही बेसिक शिक्षा से जुडा हर कोई जिम्मेदारियों का अब तक जिस प्रकार से निर्वहन किया है, उस आधार पर यह कहा जा सकता है कि सोच अच्छी हों तो परिणाम भी अच्छा होता है। जिला क्रीडाधिकारी लक्ष्मीशंकर सिंह ने आभार व्यक्त किया।
 R.P.G.

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